ऐतिहासिक कथाओं और लोक गीतों में रॉबिन हूड को गरीबों का मसीहा बताया जाता है। वह गरीब बेबस लोगों को न्याय दिलवाने के लिए चतुरता से अपने शूर वीर साथियों के साथ नॉटिंगहम राज्य के शासक 'शेरिफ' से लढता था, शेरिफ से मिले हुए लालची साहूकारों एवं ढोंगी पुरोहितों से धन छीनकर गरीबों में बाँट देता था। रॉबिन हूड के साहस और निडर उदारता से मोहित होकर शादी के लिए आखिर राजी हो जाती है गाँव की सबसे सुन्दर सुशील युवती 'मेड मरियन'
यह 'बॉलीवुड गाथा' एक वजह है की नॉटिंगहम प्यारा सा अनोखा सा लगता है। करीब नौ शतकों से बसे हुए इस शहर के ईंट और पत्थरों में कई पुरातन कहानियाँ हैं, सदियों से चले आते हुए परिवारों की अपनी सभ्यता है। इस वजह से भी मनोहर मालूम होता है नॉटिंगहम; सुन्दर इमारतें और हरियाली से आकर्षण होता ही है मगर इस इतिहास से मानवीय एहेसास होता है।
कपटी शेरिफ रहता था एक पथरीले किले में और यह ' नॉटिंगहम कासल' आज भी सैलानियों को आकर्षित करता है। जब मरियन को शेरिफ ने यहाँ बंदी बनाकर रखा तब साहसी रॉबिन हूड ने सेकड़ों सिपाहियों से लड़कर उसे छुड़ा लिया। आज की तारीख में, किले की तरफ खुफियां रास्ते से जाना हो तो रॉबिन हूड की तरह गुहाओं का इस्तमाल कीजिये। मगर सीधे रास्ते से जाना हो तो 'ओल्ड मार्केट स्कवेर' से एक बड़ी सड़क पार कीजिए और उस पार है कासल। स्वाभाविक है की इस एहेम सड़क का नाम रखा है 'मेड मरियन वे'.
'ओल्ड मार्केट स्कवेर' नॉटिंगहम का केंद्र है जैसे यूरोप के देशों में अक्सर शहरों के बीच का मध्य भाग सबसे एहेम केंद्र बिंदु होता है। कुछ हद तक जादुई लगता है यह 'ओल्ड मार्केट स्कवेर' जब जाड़े के मौसम में यहाँ 'क्रिसमस मार्केट' सजता है। टिमटिमाती लाइटिंग, गुड्डियों के घरों जैसे सजी मोहक दुकानें, गरम मसालेदार 'ग्लू वाइन' और चटपटे खानों की महक। बारहवे शतक से यहाँ बाजार लगता था जहां आम जनता व्यापार करती, अन्न वस्त्र उपलब्ध करती। बस्ती धीरे धीरे बढती गयी और आज नॉटिंगहम शहर इंग्लैंड में एक बड़ा शहर माना जाता है। अगले कुछ ब्लॉग पोस्ट्स में दर्शन होगा नॉटिंगहम के अन्य सुन्दर आकर्षणों का जिनमें छिपी हैं कथाएँ मजेदार।